संविधान Part-2
अगर आप यह 1st grade political science notes hindi में download करना चाहते है तो PDF Link इस page के अंत में उपलब्ध है।
उद्देशिका- उद्देशिका संविधान का सबसे महत्वपूर्ण अंग है| सबसे पहले अमेरिका के संविधान में इसे सम्मिलित किया गया | एन.ए. पालकीवाला ने उद्देशिका को संविधान का परिचय पत्र कहां है| भारतीय संविधान की उद्देशिका नेहरू द्वारा 13 दिसंबर 1946 को संविधान सभा में पेश किए गए ' उद्देश्य प्रस्ताव' पर आधारित है| संविधान की उद्देशिका में समाजवादी, पंथनिरपेक्ष और अखंडता शब्द 42 वें संविधान संशोधन 1976 में जोड़े गए और इसे सरदार स्वर्ण सिंह समिति भी कहा जाता है|
उद्देशिका में निहित " हम भारत के लोग" भारत में लौकिक संप्रभुता को स्पष्ट करते हैं|
"संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न" शब्द इस बात का द्योतक है कि भारत के आंतरिक तथा विदेशी मामलों में भारत सरकार स्वतंत्र है|
42 वें संविधान संशोधन द्वारा 1976 में 3 नए शब्द जोड़े गए थे- समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, अखंडता- पंथनिरपेक्ष के अंतर्गत सभी धर्मों का समान आदर से तात्पर्य है|
लोकतंत्रात्मक शब्द से तात्पर्य है कि भारत सरकार की शक्ति का स्रोत भारत की जनता है|
गणराज्य शब्द से तात्पर्य है राष्ट्रपति निर्वाचित होगा ना कि वंशानुगत|
न्याय शब्द से तात्पर्य है राज्य को एक या कुछ लोगों को नहीं बल्कि सभी के कल्याण का उद्देश्य समने रखना चाहिए|
सामाजिक न्याय का अर्थ है जाति, धर्म, रंग आदि के आधार पर भेदभाव नहीं करना|
आर्थिक न्याय का अर्थ है आर्थिक कारणों के आधार पर किसी भी व्यक्ति से भेदभाव नहीं किया जाएगा|
राजनीतिक न्याय का अर्थ है हर व्यक्ति को समान राजनीतिक अधिकार प्राप्त होंगे|
संविधान की उद्देशिका को के एम मुंशी ने राजनीतिक जन्मपत्री कहा है|
"उद्देशिका हमारे संविधान की आत्मा है|"
"उद्देशिका संविधान की कुंजी है|"
उद्देशिका का उत्कृष्ट गद्य काव्य है, नहीं, यह परिपूर्णता की तस्वीर है|
भारत के संविधान की उद्देशिका को अमेरिका के संविधान से लिया माना जाता है तथा उद्देशिका पर आयरलैंड के संविधान की उद्देशिका का भी प्रभाव देखा जा सकता है|
उद्देशिका पर न्यायिक दृष्टिकोण- उद्देशिका को लेकर विवाद रहा है कि क्या यह संविधान का एक भाग है या नहीं-
1. ए के गोपालन बनाम मद्रास राज्य 1950- उद्देशिका को न्यायालय में परिवर्तित नहीं किया जा सकता|
2. बेरुबारी यूनियन वाद 1960- उद्देशिका संविधान का भाग नहीं है, किंतु वह संविधान निर्माताओं के विचारों को जानने की कुंजी है|"
3. सज्जन सिंह बनाम राजस्थान राज्य 1965- उद्देशिका विधि निर्माताओं के मस्तिष्क की कुंजी है|
4. गोलकनाथ बनाम पंजाब राज्य 1967- संविधान की मूल आत्मा है, शाश्वत है, परिवर्तनीय है|
5. केशवानंद भारती बनाम केरल राज्य 1973- संविधान का महत्वपूर्ण भाग है|
6. इंदिरा गांधी बनाम राजनारायण 1975- उद्देशिका संविधान के विशेष प्रावधानों को रद्द नहीं कर सकती है|
7. एसआर बोम्मई बनाम भारत संघ 1994- उद्देशिका संविधान का भाग है|
भारतीय संविधान की विशेषताएं-
1. विभिन्न स्त्रोतों से गृहीत संविधान- संविधान निर्माताओं ने विश्व के अनेक संविधान से महत्वपूर्ण लक्षणों का समावेश किया है-
जैसे भारत शासन अधिनियम 1935- संघीय तंत्र, राज्यपाल का कार्यालय, लोक सेवा आयोग आदि
ब्रिटेन के संविधान से- संसदीय शासन, विधि का शासन, मंत्रिमंडल प्रक्रिया आदि|
संयुक्त राज्य अमेरिका- उद्देशिका, मूल अधिकार, न्यायपालिका की स्वतंत्रता, न्यायिक पुनरावलोकन का सिद्धांत आदि|
आयरलैंड का संविधान- राष्ट्रपति पर महाभियोग, नीति निर्देशक तत्व आदि|
कनाडा का संविधान- सशक्त केंद्र के साथ संघीय व्यवस्था, अवशिष्ट शक्तियां आदि|
ऑस्ट्रेलिया का संविधान- समवर्ती सूची, व्यापार, वाणिज्य और समागम की स्वतंत्रता|
जर्मनी का संविधान- आपातकाल के समय मूल अधिकारों का स्थगन|
रूस का संविधान- मूल कर्तव्य
फ्रांस का संविधान- गणराज्य और उद्देशिका में स्वतंत्रता
दक्षिण अफ्रीका का संविधान- संविधान संशोधन प्रक्रिया
जापान का संविधान- विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया
2. लिखित संविधान तथा विशाल संविधान- विश्व का सबसे बड़ा संविधान| संविधान के मूल भाग में 22 भाग, 395 अनुच्छेद तथा 8 अनुसूचियां थी, वर्तमान में 22 भाग, 395 अनुच्छेद तथा 12 अनुसूचियां हैं| इस की विशालता के कारण ही कुछ लोगों ने इसे ' वकीलों का स्वर्ग' कहां है|
3.लोकप्रिय प्रभुसत्ता पर आधारित संविधान- भारतीय जनता द्वारा निर्मित संविधान है और इस संविधान द्वारा अंतिम शक्ति भारतीय जनता को ही दी गई है|
4.कठोरता और लचीलापन का समन्वय- लचीले संविधान में विधि निर्माण की साधारण प्रक्रिया के आधार पर संशोधन किया जा सकता है जैसे ब्रिटेन का संविधान तथा कठोर संविधान के अंतर्गत विधि निर्माण साधारण प्रक्रिया के आधार पर नहीं किया जा सकता| जैसे- अमेरिकी संविधान| भारत इन दोनों का मिला जुला रूप है -भारतीय संविधान में संशोधन विशेष बहुमत द्वारा तथा कुछ साधारण बहुमत द्वारा किए जा सकते हैं| अब तक कुल 102 संविधान संशोधन हो चुके हैं |
5.एकात्माता की ओर झुकाव के साथ संघीय व्यवस्था- एकात्मक शासन प्रणाली के अंतर्गत इकहरी नागरिकता, इकहरी न्यायपालिका, अखिल भारतीय सेवाएं, राष्ट्रपति की आपातकालीन शक्तियां आदि जबकि संघात्मक व्यवस्था के अंतर्गत लिखित संविधान, संविधान की सर्वोच्चता, शक्तियों का विभाजन, द्विसदनीयता आदि| इसलिए भारतीय संविधान को अर्द्ध संघ ( व्हीयर), सौदेबाजी का संघवाद ( मौरिज जोंस) आदि कहा गया है|
6. संसदीय व्यवस्था- संसदीय व्यवस्था विधायिका और कार्यपालिका के मध्य समन्वय व सहयोग के सिद्धांत पर आधारित है| संसदीय प्रणाली को ही उत्तरदायी सरकार और मंत्रिमंडलीय सरकार के नाम से भी जाना जाता है| संसदीय प्रणाली के अंतर्गत बहुमत वाले दल की सत्ता होती है, साथ ही वास्तविक व नाममात्र के कार्यपालको की उपस्थिति होती है|
7. मूल अधिकार तथा राज्य के नीति निदेशक तत्व- संविधान के भाग 3 में नागरिकों को मूल अधिकार प्रदान किए गए हैं| यह अधिकार प्रदान करने के पीछे उद्देश्य था - राजनीतिक लोकतंत्र की स्थापना करना| तथा संविधान के भाग 4 में राज्य के नीति निदेशक सिद्धांतो का वर्णन किया गया है जो कि आर्थिक, सामाजिक और नैतिक विकास के लिए आवश्यक है|
8. पंथनिरपेक्ष राज्य- किसी भी विशेष धर्म को भारत के धर्म के तौर पर मान्यता नहीं देता|
9. स्वतंत्र न्यायपालिका- इसके अंतर्गत न्यायाधीशों की नियुक्ति, उन को हटाए जाने की पद्धति, उनका कार्यकाल आधी आता है|
10. सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार- प्रत्येक वयस्क भारतीय को बिना किसी भेदभाव के मत देने का समान अधिकार प्राप्त है|
11. एकल नागरिकता- भारतीय संविधान संघीय है परंतु संविधान में एकल नागरिकता का प्रावधान है|
संविधान के महत्वपूर्ण प्रश्न-
1. कैबिनेट मिशन योजना के अनुसार संविधान सभा में कुल कितने सदस्य थे?
अ 292
ब 299
स 389
द 284
2. पंडित जवाहरलाल नेहरू ने संविधान सभा में ' उद्देश्य प्रस्ताव' कब पेश किया?
अ 9 दिसंबर 1946
ब 13 दिसंबर 1946
स 31 अक्टूबर 1947
द 14 नवंबर 1949
3. भारतीय संविधान में कुल कितने अनुच्छेद हैं?
अ 195
ब 350
स 395
द 495
4. संविधान निर्माण में ' संवैधानिक परामर्शदाता' कौन थे?
अ गोपाल स्वामी आयंगर
ब बी एन राव
स डॉ राजेंद्र प्रसाद
द श्रीमती दुर्गाबाई
5. संविधान निर्माण में कितने वाचन हुए?
अ एक
ब दो
स तीन
द चार
6. संविधान सभा के कुल कितने अधिवेशन हुए?
अ 10
ब 12
स 15
द 9
7. भारतीय संविधान बल देता है-
अ संसदीय सर्वोच्चता
ब न्यायिक सर्वोच्चता
स संसदीय सर्वोच्चता एवं न्यायिक सर्वोच्चता में समन्वय
द इनमें से कोई नहीं
8. भारतीय संविधान का निर्माण किसने किया?
अ भारतीय संसद
ब संविधान सभा
स ब्रिटिश पार्लियामेंट
द 1946 में बनी अंतरिम सरकार
9. संविधान सभा का स्थायी अध्यक्ष किसे बनाया गया?
अ पंडित जवाहरलाल नेहरू
ब डॉ राजेंद्र प्रसाद
स डॉ भीमराव अंबेडकर
द डॉ सरदार वल्लभ भाई पटेल
10. जे. आर. सिवाच के अनुसार उद्देशिका को कितने भागों में बांटा गया है-
अ तीन
ब चार
स सात
द आठ
11. संविधान की उद्देशिका में अब तक कितनी बार संशोधन किया गया?
अ 1 बार
ब 2 बार
स 3 बार
द 4 बार
12. संविधान की प्रतियां किस भाषा मे थी?
अ पहले प्रति अंग्रेजी में थी
ब अंग्रेजी व हिंदी दोनों भाषाओं में थी
स दूसरी प्रति भी अंग्रेजी में थी
द तीसरी प्रति हिंदी में थी
13. संविधान में उद्देशिका किस भाव को स्पष्ट करती है?
अ राजनीतिक संस्थाओं को
ब संविधान का आदर्श व उद्देश्य को
स नागरिक अधिकार को
द शासन की शक्तियों को
14. भारत में वैधानिक संप्रभुता कौन है?
अ राष्ट्रपति
ब संविधान
स प्रधानमंत्री
द संसद
15. विश्व का सबसे व्यापक संविधान किस देश का है?
अ अमेरिका
ब ब्रिटेन
स कनाडा
द भारत
16. भारतीय संविधान में कुल कितने भाग हैं?
अ 20
ब 25
स 22
द 23
17. भारतीय संविधान में कुल कितनी अनुसूचियां हैं?
अ. 15
ब. 12
स. 14
द 10
18. निम्न में से कौन सी भारतीय संविधान की विशेषता है जो इसकी प्रकृति को बताती है?
अ लोकप्रिय प्रभुसत्ता पर आधारित होना
ब पंथनिरपेक्ष व्यवस्था का होना
स मौलिक अधिकार और मूल कर्तव्यों का होना
द उपरोक्त सभी
19. भारत ने संसदीय शासन प्रणाली किस देश से ग्रहण की है?
अ अमेरिका
ब ब्रिटेन
स जापान
द चीन
20. निम्न में से कौन सी भारतीय संविधान की विशेषता नहीं है?
अ गणतंत्र शासन
ब संसदीय शासन
स लिखित संविधान
द संसदीय सर्वोच्चता
सभी answers नीचे दिए गए pdf में है
सभी Video Classes की Link
अगर आप यह 1st grade political science notes hindi में download करना चाहते है तो इस link पर click करके download कर सकते है।
DOWNLOAD PDF
अगर आप यह 1st grade political science notes hindi में download करना चाहते है तो PDF Link इस page के अंत में उपलब्ध है।
उद्देशिका- उद्देशिका संविधान का सबसे महत्वपूर्ण अंग है| सबसे पहले अमेरिका के संविधान में इसे सम्मिलित किया गया | एन.ए. पालकीवाला ने उद्देशिका को संविधान का परिचय पत्र कहां है| भारतीय संविधान की उद्देशिका नेहरू द्वारा 13 दिसंबर 1946 को संविधान सभा में पेश किए गए ' उद्देश्य प्रस्ताव' पर आधारित है| संविधान की उद्देशिका में समाजवादी, पंथनिरपेक्ष और अखंडता शब्द 42 वें संविधान संशोधन 1976 में जोड़े गए और इसे सरदार स्वर्ण सिंह समिति भी कहा जाता है|
उद्देशिका में निहित " हम भारत के लोग" भारत में लौकिक संप्रभुता को स्पष्ट करते हैं|
"संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न" शब्द इस बात का द्योतक है कि भारत के आंतरिक तथा विदेशी मामलों में भारत सरकार स्वतंत्र है|
42 वें संविधान संशोधन द्वारा 1976 में 3 नए शब्द जोड़े गए थे- समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, अखंडता- पंथनिरपेक्ष के अंतर्गत सभी धर्मों का समान आदर से तात्पर्य है|
लोकतंत्रात्मक शब्द से तात्पर्य है कि भारत सरकार की शक्ति का स्रोत भारत की जनता है|
गणराज्य शब्द से तात्पर्य है राष्ट्रपति निर्वाचित होगा ना कि वंशानुगत|
न्याय शब्द से तात्पर्य है राज्य को एक या कुछ लोगों को नहीं बल्कि सभी के कल्याण का उद्देश्य समने रखना चाहिए|
सामाजिक न्याय का अर्थ है जाति, धर्म, रंग आदि के आधार पर भेदभाव नहीं करना|
आर्थिक न्याय का अर्थ है आर्थिक कारणों के आधार पर किसी भी व्यक्ति से भेदभाव नहीं किया जाएगा|
राजनीतिक न्याय का अर्थ है हर व्यक्ति को समान राजनीतिक अधिकार प्राप्त होंगे|
संविधान की उद्देशिका को के एम मुंशी ने राजनीतिक जन्मपत्री कहा है|
"उद्देशिका हमारे संविधान की आत्मा है|"
"उद्देशिका संविधान की कुंजी है|"
उद्देशिका का उत्कृष्ट गद्य काव्य है, नहीं, यह परिपूर्णता की तस्वीर है|
भारत के संविधान की उद्देशिका को अमेरिका के संविधान से लिया माना जाता है तथा उद्देशिका पर आयरलैंड के संविधान की उद्देशिका का भी प्रभाव देखा जा सकता है|
उद्देशिका पर न्यायिक दृष्टिकोण- उद्देशिका को लेकर विवाद रहा है कि क्या यह संविधान का एक भाग है या नहीं-
1. ए के गोपालन बनाम मद्रास राज्य 1950- उद्देशिका को न्यायालय में परिवर्तित नहीं किया जा सकता|
2. बेरुबारी यूनियन वाद 1960- उद्देशिका संविधान का भाग नहीं है, किंतु वह संविधान निर्माताओं के विचारों को जानने की कुंजी है|"
3. सज्जन सिंह बनाम राजस्थान राज्य 1965- उद्देशिका विधि निर्माताओं के मस्तिष्क की कुंजी है|
4. गोलकनाथ बनाम पंजाब राज्य 1967- संविधान की मूल आत्मा है, शाश्वत है, परिवर्तनीय है|
5. केशवानंद भारती बनाम केरल राज्य 1973- संविधान का महत्वपूर्ण भाग है|
6. इंदिरा गांधी बनाम राजनारायण 1975- उद्देशिका संविधान के विशेष प्रावधानों को रद्द नहीं कर सकती है|
7. एसआर बोम्मई बनाम भारत संघ 1994- उद्देशिका संविधान का भाग है|
भारतीय संविधान की विशेषताएं-
1. विभिन्न स्त्रोतों से गृहीत संविधान- संविधान निर्माताओं ने विश्व के अनेक संविधान से महत्वपूर्ण लक्षणों का समावेश किया है-
जैसे भारत शासन अधिनियम 1935- संघीय तंत्र, राज्यपाल का कार्यालय, लोक सेवा आयोग आदि
ब्रिटेन के संविधान से- संसदीय शासन, विधि का शासन, मंत्रिमंडल प्रक्रिया आदि|
संयुक्त राज्य अमेरिका- उद्देशिका, मूल अधिकार, न्यायपालिका की स्वतंत्रता, न्यायिक पुनरावलोकन का सिद्धांत आदि|
आयरलैंड का संविधान- राष्ट्रपति पर महाभियोग, नीति निर्देशक तत्व आदि|
कनाडा का संविधान- सशक्त केंद्र के साथ संघीय व्यवस्था, अवशिष्ट शक्तियां आदि|
ऑस्ट्रेलिया का संविधान- समवर्ती सूची, व्यापार, वाणिज्य और समागम की स्वतंत्रता|
जर्मनी का संविधान- आपातकाल के समय मूल अधिकारों का स्थगन|
रूस का संविधान- मूल कर्तव्य
फ्रांस का संविधान- गणराज्य और उद्देशिका में स्वतंत्रता
दक्षिण अफ्रीका का संविधान- संविधान संशोधन प्रक्रिया
जापान का संविधान- विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया
2. लिखित संविधान तथा विशाल संविधान- विश्व का सबसे बड़ा संविधान| संविधान के मूल भाग में 22 भाग, 395 अनुच्छेद तथा 8 अनुसूचियां थी, वर्तमान में 22 भाग, 395 अनुच्छेद तथा 12 अनुसूचियां हैं| इस की विशालता के कारण ही कुछ लोगों ने इसे ' वकीलों का स्वर्ग' कहां है|
3.लोकप्रिय प्रभुसत्ता पर आधारित संविधान- भारतीय जनता द्वारा निर्मित संविधान है और इस संविधान द्वारा अंतिम शक्ति भारतीय जनता को ही दी गई है|
4.कठोरता और लचीलापन का समन्वय- लचीले संविधान में विधि निर्माण की साधारण प्रक्रिया के आधार पर संशोधन किया जा सकता है जैसे ब्रिटेन का संविधान तथा कठोर संविधान के अंतर्गत विधि निर्माण साधारण प्रक्रिया के आधार पर नहीं किया जा सकता| जैसे- अमेरिकी संविधान| भारत इन दोनों का मिला जुला रूप है -भारतीय संविधान में संशोधन विशेष बहुमत द्वारा तथा कुछ साधारण बहुमत द्वारा किए जा सकते हैं| अब तक कुल 102 संविधान संशोधन हो चुके हैं |
5.एकात्माता की ओर झुकाव के साथ संघीय व्यवस्था- एकात्मक शासन प्रणाली के अंतर्गत इकहरी नागरिकता, इकहरी न्यायपालिका, अखिल भारतीय सेवाएं, राष्ट्रपति की आपातकालीन शक्तियां आदि जबकि संघात्मक व्यवस्था के अंतर्गत लिखित संविधान, संविधान की सर्वोच्चता, शक्तियों का विभाजन, द्विसदनीयता आदि| इसलिए भारतीय संविधान को अर्द्ध संघ ( व्हीयर), सौदेबाजी का संघवाद ( मौरिज जोंस) आदि कहा गया है|
6. संसदीय व्यवस्था- संसदीय व्यवस्था विधायिका और कार्यपालिका के मध्य समन्वय व सहयोग के सिद्धांत पर आधारित है| संसदीय प्रणाली को ही उत्तरदायी सरकार और मंत्रिमंडलीय सरकार के नाम से भी जाना जाता है| संसदीय प्रणाली के अंतर्गत बहुमत वाले दल की सत्ता होती है, साथ ही वास्तविक व नाममात्र के कार्यपालको की उपस्थिति होती है|
7. मूल अधिकार तथा राज्य के नीति निदेशक तत्व- संविधान के भाग 3 में नागरिकों को मूल अधिकार प्रदान किए गए हैं| यह अधिकार प्रदान करने के पीछे उद्देश्य था - राजनीतिक लोकतंत्र की स्थापना करना| तथा संविधान के भाग 4 में राज्य के नीति निदेशक सिद्धांतो का वर्णन किया गया है जो कि आर्थिक, सामाजिक और नैतिक विकास के लिए आवश्यक है|
8. पंथनिरपेक्ष राज्य- किसी भी विशेष धर्म को भारत के धर्म के तौर पर मान्यता नहीं देता|
9. स्वतंत्र न्यायपालिका- इसके अंतर्गत न्यायाधीशों की नियुक्ति, उन को हटाए जाने की पद्धति, उनका कार्यकाल आधी आता है|
10. सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार- प्रत्येक वयस्क भारतीय को बिना किसी भेदभाव के मत देने का समान अधिकार प्राप्त है|
11. एकल नागरिकता- भारतीय संविधान संघीय है परंतु संविधान में एकल नागरिकता का प्रावधान है|
संविधान के महत्वपूर्ण प्रश्न-
1. कैबिनेट मिशन योजना के अनुसार संविधान सभा में कुल कितने सदस्य थे?
अ 292
ब 299
स 389
द 284
2. पंडित जवाहरलाल नेहरू ने संविधान सभा में ' उद्देश्य प्रस्ताव' कब पेश किया?
अ 9 दिसंबर 1946
ब 13 दिसंबर 1946
स 31 अक्टूबर 1947
द 14 नवंबर 1949
3. भारतीय संविधान में कुल कितने अनुच्छेद हैं?
अ 195
ब 350
स 395
द 495
4. संविधान निर्माण में ' संवैधानिक परामर्शदाता' कौन थे?
अ गोपाल स्वामी आयंगर
ब बी एन राव
स डॉ राजेंद्र प्रसाद
द श्रीमती दुर्गाबाई
5. संविधान निर्माण में कितने वाचन हुए?
अ एक
ब दो
स तीन
द चार
6. संविधान सभा के कुल कितने अधिवेशन हुए?
अ 10
ब 12
स 15
द 9
7. भारतीय संविधान बल देता है-
अ संसदीय सर्वोच्चता
ब न्यायिक सर्वोच्चता
स संसदीय सर्वोच्चता एवं न्यायिक सर्वोच्चता में समन्वय
द इनमें से कोई नहीं
8. भारतीय संविधान का निर्माण किसने किया?
अ भारतीय संसद
ब संविधान सभा
स ब्रिटिश पार्लियामेंट
द 1946 में बनी अंतरिम सरकार
9. संविधान सभा का स्थायी अध्यक्ष किसे बनाया गया?
अ पंडित जवाहरलाल नेहरू
ब डॉ राजेंद्र प्रसाद
स डॉ भीमराव अंबेडकर
द डॉ सरदार वल्लभ भाई पटेल
10. जे. आर. सिवाच के अनुसार उद्देशिका को कितने भागों में बांटा गया है-
अ तीन
ब चार
स सात
द आठ
11. संविधान की उद्देशिका में अब तक कितनी बार संशोधन किया गया?
अ 1 बार
ब 2 बार
स 3 बार
द 4 बार
12. संविधान की प्रतियां किस भाषा मे थी?
अ पहले प्रति अंग्रेजी में थी
ब अंग्रेजी व हिंदी दोनों भाषाओं में थी
स दूसरी प्रति भी अंग्रेजी में थी
द तीसरी प्रति हिंदी में थी
13. संविधान में उद्देशिका किस भाव को स्पष्ट करती है?
अ राजनीतिक संस्थाओं को
ब संविधान का आदर्श व उद्देश्य को
स नागरिक अधिकार को
द शासन की शक्तियों को
14. भारत में वैधानिक संप्रभुता कौन है?
अ राष्ट्रपति
ब संविधान
स प्रधानमंत्री
द संसद
15. विश्व का सबसे व्यापक संविधान किस देश का है?
अ अमेरिका
ब ब्रिटेन
स कनाडा
द भारत
16. भारतीय संविधान में कुल कितने भाग हैं?
अ 20
ब 25
स 22
द 23
17. भारतीय संविधान में कुल कितनी अनुसूचियां हैं?
अ. 15
ब. 12
स. 14
द 10
18. निम्न में से कौन सी भारतीय संविधान की विशेषता है जो इसकी प्रकृति को बताती है?
अ लोकप्रिय प्रभुसत्ता पर आधारित होना
ब पंथनिरपेक्ष व्यवस्था का होना
स मौलिक अधिकार और मूल कर्तव्यों का होना
द उपरोक्त सभी
19. भारत ने संसदीय शासन प्रणाली किस देश से ग्रहण की है?
अ अमेरिका
ब ब्रिटेन
स जापान
द चीन
20. निम्न में से कौन सी भारतीय संविधान की विशेषता नहीं है?
अ गणतंत्र शासन
ब संसदीय शासन
स लिखित संविधान
द संसदीय सर्वोच्चता
सभी answers नीचे दिए गए pdf में है
अगर आप यह 1st grade political science notes hindi में download करना चाहते है तो इस link पर click करके download कर सकते है।
DOWNLOAD PDF