1st Grade Political Science Notes राजनीतिक व्यवस्था एवं संरचनात्मक प्रकार्यात्मक in Hindi

राजनीतिक व्यवस्था एवं संरचनात्मक प्रकार्यात्मक

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राजनीतिक शास्त्र मे व्यवस्था सिद्धांत सर्वप्रथम डेविड ईस्टन ने प्रस्तुत किया था तथा इनके पश्चात व्यवस्था सिद्धांत में सुधार कर आमंड, पावेल ने संरचनात्मक प्रकार्यात्मक सिद्धांत प्रस्तुत किया|
रोबर्ट डहल- "राज व्यवस्था मानवीय संबंधों का वह चिरस्थायी ढांचा है जिसके अंतर्गत शक्ति, नियम और सत्ता महत्वपूर्ण मात्रा में अंतर ग्रस्त हो|"
एक व्यवस्था संगठित होनी चाहिए अथवा उसमें संगठन हो| यदि किसी भी स्थान पर हमें संगठन मिलता है और उसके सभी अंग एक दूसरे से संम्ब्द्ध है तो वहां व्यवस्था विद्यमान है|
डेविड ईस्टन के अनुसार राजनीतिक व्यवस्था के तीन संघटक है- राजनीतिक व्यवस्था नीतियों के माध्यम से मूल्यों का आवंटन करती है, इसका आवंटन प्राधिकारिक होता है, इसका आधिकारिक आवंटन समाज पर बाह्य रूप से लागू होता है| तथा आमण्ड और पावेल ने राजनीतिक व्यवस्था के बारे में कहा है कि "राजनीतिक व्यवस्था से इसके अंगों की अंतनिर्भरता और इसके पर्यावरण में किसी न किसी प्रकार की सीमा का बोध होता है|"

राजनीतिक व्यवस्था की विशेषताएं
1.राजनीतक सरंचनाओ की समानता -सभी राजनीतिक व्यवस्थाओं में राजनीतिक संरचनाएं पाई जाती है, फिर इन सरंचनाओ की तुलना की जाती है|

2.कार्यों की सर्व व्यापकता- सरंचनाओ की अपेक्षा कार्यों को अधिक महत्व देना चाहिए|

3.राजनीतिक सरंचनाओ का मिश्रित स्वरूप-राजनीतिक व्यवस्था परंपरागत तथा आधुनिक दोनों प्रकार के विचारों और संस्थाओं का रूप होती है|

4. राजनीतिक प्रभाव का प्रयत्न- राजनीतिक व्यवस्था के अंतर्गत कुछ लोग सरकार की नीतियों और निर्णय को प्रभावित करने के लिए अधिक प्रयत्नशील रहते हैं|

5. विचारधारा का विकास - नेता विचारधारा का विकास इसलिए करते हैं ताकि उनके नेतृत्व को वैधता प्राप्त हो सके|

डेविड ईस्टन द्वारा प्रतिपादित व्यवस्था सिद्धांत- डेविड ईस्टन ने पुस्तक 'दी पॉलिटिकल सिस्टम' में राजनीति विज्ञान मे एक सामान्य व्यवस्था सिद्धांत का विचार प्रस्तुत किया| डेविड ईस्टन के अनुसार राजनीतिक व्यवस्था अंतर क्रियाओं का ऐसा समूह है जिसके अंतर्गत मांगों को निर्गत में बदला जाता है| राजनीतिक व्यवस्थाओं का अध्ययन इसलिए करते हैं क्योंकि उनके अधिकारपुर्ण निर्णय के परिणामों का समाज के लिए बहुत महत्व है और इन परिणामों को निर्गत कहा जाता है| निवेश के बिना कोई भी व्यवस्था कार्य नहीं कर सकती| निर्गत के बिना उसके कार्य को समझा पहचाना नहीं जा सकता|

निवेश प्रकार्य- निवेश से तात्पर्य मांग तथा समर्थन से है| प्रत्येक राजनीतिक व्यवस्था के सामने पर्यावरण से कुछ मांगे रखी जाती हैं, इन मांगों के पीछे मांग रखने वालों का समर्थन होता है जो राजनीतिक व्यवस्था में निर्णय लेने वालों का ध्यान उन मांगों की ओर आकर्षित करता है|

निर्गत प्रकार्य- निर्गत व्यक्तियों द्वारा रखी गई मांगों पर राजनीतिक व्यवस्था का निर्णय है|

पुननिर्वेशन- निर्गत का उद्देश्य सदस्यों की आवश्यकताओं को पूरा करना होता है| व्यवस्था के निर्गत से सदस्यों की आवश्यकताएं पूरी हुई है या नहीं, इस संबंध में जो सूचना अधिकारियों के पास आती है उसे पुननिर्वेशन कहते हैं|

पर्यावरण- राजनीतिक व्यवस्था वातावरण, जैविक तत्व तथा समाज की पद्धतियां द्वारा प्रभावित होती है|
इस प्रकार इस सिद्धांत ने पुनर्निवेशन जैसी धारणाओं को शामिल कर अपने आप को गतिशील सिद्धांत के रूप में पेश किया है|

आमंड का संरचनात्मक- प्रकार्यात्मक सिद्धांत- आमंड और पावेल द्वारा दिए गए मॉडल को संरचनात्मक प्रकार्यात्मक मॉडल कहा जाता है| ईस्टन के व्यवस्था सिद्धांत में सुधार कर संरचनात्मक प्रकार्यात्मक सिद्धांत प्रस्तुत किया| जहां ईस्टन आगत - निर्गत दोनों को समान मानता है वहीं आमंड आगत को निर्गत की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण मानता है| जहां ईस्टन संरचना को अधिक मानता है वहीं आमंड कार्यों को अधिक महत्व पूर्ण मानता है|
राजनीतिक व्यवस्था के दो प्रकार्य है- निवेश तथा निर्गत| निवेश चार प्रकार के होते है-
1.राजनीतिक समाजीकरण और भर्ती- परिवार, शिक्षण संस्थाएं
2. हित स्पष्टीकरण- दबाव समूह
3.हित समीकरण- राजनीतिक दल
4.राजनीतिक संचार- मीडिया
निर्गत तीन प्रकार के होते हैं-
1.नियम निर्माण- विधायिका
2. नियम प्रयुक्ति- कार्यपालिका
3. नियम निर्णय- न्यायपालिका
जहां ईस्टन का व्यवस्था सिद्धांत विश्लेषण पर बल देता है वहीं आमंड का संरचनात्मक प्रकार्यात्मक सिद्धांत संश्लेषण पर बल देता है|

महत्वपूर्ण प्रश्न

1.व्यवस्था सिद्धांत का सर्वप्रथम प्रयोग हुआ है?
अ प्राणी शास्त्र में
ब मनोविज्ञान में
स समाजशास्त्र में
द राजनीति विज्ञान में

2. यह कथन किसका है- राजनीतिक व्यवस्था मानव संबंधों का ऐसा द्रढ़ रूप है जिस में पर्याप्त मात्रा में नियंत्रण, प्रभाव, शक्ति शामिल रहती है?
अ ईस्टन
ब लासवेल
स रॉबर्ट डहल
द आमंड

3. व्यवस्थावादी सिद्धांत वह सिद्धांत है जिसे निम्न से संबद्ध किया जाता है-
अ परंपरावादी
ब व्यवहारवादी
स आधुनिकतावाद
द बहुलवादी

4. राजनीतिक विज्ञान में सर्वप्रथम व्यवस्था सिद्धांत की अवधारणा का प्रयोग किसने किया?
अ डेविड ईस्टन
ब आमंड
स कैपलान
द चार्ल्स मेरियम

5. ए फ्रेमवर्क फॉर पॉलीटिकल एनालिसिस पुस्तक किसकी है?
अ आमंड की
ब डेविड ईस्टन की
स कप्लान की
द डायस की

6. ईस्टन ने निवेश का क्या अर्थ बताया है?
अ मांग से
ब समर्थन से
स निर्णय से
द 1 व 2 दोनों

7. अन्वेषण का औजार किसे कहते हैं?
अ आमंड के संरचनात्मक मॉडल को
ब ईस्टन के व्यवस्था सिद्धांत को
स यथार्थवादी सिद्धांत को
द आधुनिक सिद्धांत को

8. प्राधान्य का सिद्धांत किसने दिया?
अ माओ
ब ग्राम्शी
स स्टालिन
द रूसो

9. संरचनात्मक प्रकार्यात्मक मॉडल किसने दिया है?
अ आमंड एवं पावेल ने
ब डेविड ईस्टन ने
स केप्लान ने
द डायसी ने

10. कंपैरेटिव पॉलिटिक्स -ए डेवलपमेंट अप्रोच पुस्तक के लेखक कौन है?
अ केप्लान
ब डेविड ईस्टन
स आलमंड एवं पावेल
द डायस
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