नीति निदेशक तत्व
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इनके अंतर्गत वे आदर्श निहित हैं जिनको प्रत्येक सरकार अपनी नीतियों के निर्धारण और कानून बनाने में सदैव ध्यान में रखेगी| डॉ अंबेडकर के अनुसार " ये भारतीय संविधान की अनोखी विशेषताएं है| इनमें एक कल्याणकारी राज्य का लक्षय निहित है|" निदेशक तत्वों में गांधीवादी सिद्धांत तथा सामाजिक न्याय की अभिव्यक्ति होती है| इनका पालन करना राज्य का कर्तव्य है| संविधान के भाग 4 ( अनुच्छेद 36 से 51) में इन्हें सम्मिलित किया गया है| निदेशक तत्वों को संविधान में सम्मिलित करने की प्रेरणा आयरलैंड के संविधान से प्राप्त हुई|
विधानसभा में डॉ अंबेडकर ने कहा था कि किसी भी सरकार को इन निदेशक तत्वों का आदर करना होगा, वहीं इनकी उपेक्षा नहीं कर सकती| यदि कोई सरकार इनकी अवहेलना करेगी तो उसे निर्वाचन के समय निर्वाचको उत्तर देना होगा|
अनुच्छेद 36- परिभाषा
अनुच्छेद 37- इस भाग में जो उपबंध हैं किसी न्यायालय द्वारा लागू नहीं होंगे, इनको लागू करना राज्य का कर्तव्य है|
अनुच्छेद 38- राज्य लोक कल्याण की अभिवृद्धि के लिए सामाजिक व्यवस्था बनाएगा|
अनुच्छेद 39- राज्य द्वारा अनुसरण में कुछ नीतियां
अनुच्छेद 39(क)- समान न्याय और निशुल्क विधिक सहायता
अनुच्छेद 40- ग्राम पंचायतों का संगठन
अनुच्छेद 41- कुछ दशकों में काम, शिक्षा और लोक सहायता पाने का अधिकार
अनुच्छेद 42- काम की न्याय संगत और मानवोचित दशाओं का तथा प्रसूति सहायता का उपबंध
अनुच्छेद 43- कर्म कारों के लिए निर्वाह मजदूरी आदि
अनुच्छेद 43(क)- उद्योगों के प्रबंध में कर्म करो का भाग लेना
अनुच्छेद 43(ख)- सहकारी समितियों को प्रोत्साहन
अनुच्छेद 44- नागरिकों के लिए एक समान सिविल संहिता
अनुच्छेद 45- बालकों के लिए निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का उपबंध
अनुच्छेद 46- अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अन्य दुर्बल वर्गों के शिक्षा और अर्थ संबंधी हितों की अभिवृद्धि
अनुच्छेद 47- पोषाहार स्तर और जीवन स्तर को ऊंचा करने तथा लोक व्यवस्था का सुधार करने का राज्य का कर्तव्य
अनुच्छेद 48- कृषि और पशुपालन का संगठन
अनुच्छेद 48(क)- पर्यावरण का संरक्षण तथा संवर्धन और वन तथा वन्य जीवो की रक्षा
अनुच्छेद 49- राष्ट्रीय महत्व के स्मारको, स्थानों और वस्तुओं का संरक्षण
अनुच्छेद 50- कार्यपालिका से न्यायपालिका का पृथक्करण
अनुच्छेद 51- अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा की अभिवृद्धि
के टी शाह - राज्य के नीति निदेशक तत्व एक ऐसा चेक है जो बैंक की सुविधा अनुसार अदा किया जाता है|
डॉ आंबेडकर- नीति निदेशक तत्व उस आदेश पत्र की भांति है, जो ब्रिटिश सरकार भारत शासन अधिनियम 1935 में गवर्नर जनरल और गवर्नर को जारी करती थी|
आइवर जेनिंग्स के अनुसार- निदेशक तत्व तो पुण्य आत्मा लोगों की महत्वाकांक्षा मात्र है|
मूल कर्तव्य
संविधान के भाग 4 क के अनुच्छेद 51 क में 11 मूल कर्तव्य उपबंधित हैं| 42 वे संविधान संशोधन 1976 में भाग 4 के बाद एक नया भाग 4क जोड़ा गया है जिसमें पहली बार संविधान में नागरिकों के मूल कर्तव्य को समाविष्ट किया गया है जिनकी संख्या 10 थी किंतु 86वे संविधान संशोधन 2002 के माध्यम से एक और मूल कर्तव्य जोड़ा गया| इस प्रकार मूल कर्तव्य की संख्या 11 है-
1. संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्रध्वज और राष्ट्रगान का आदर करें|
2.स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शों को ह्रदय में संजोए रखें और उनका पालन करें|
3. भारत की प्रभुता, एकता और अखंडता की रक्षा करें और उसे बनाए रखें|
4. देश की रक्षा करें और आह्वान किए जाने पर राष्ट्र की सेवा करें|
5. भारत के सभी लोगों में समरसताऔर समान भ्रातत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग पर आधारित सभी भेदभाव से परे हो, ऐसी प्रथाओं का त्याग करें स्त्रियों के सम्मान के विरुद्ध है|
6. हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परंपरा का महत्व समझे और उसका परिरक्षण करें|
7. प्राकृतिक पर्यावरण की, जिसके अंतर्गत वन, झील, नदी और वन्य जीव हैं, रक्षा करें और उनका संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दया भाव रखें|
8. वैज्ञानिक दृष्टिकोण, मानववाद और ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें|
9. सार्वजनिक संपत्ति को सुरक्षित रखें और हिंसा से दूर रहे|
10. व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में उत्कर्ष की ओर बढ़ने का सतत प्रयास करें जिससे राष्ट्र निरंतर बढ़ते हुए प्रयत्न और उपलब्धि की नई ऊंचाइयों को छू ले|
11. जो माता-पिता या संरक्षक हो, वह 6 से 14 वर्ष के बीच के यथास्थिति, अपने बच्चे अथवा प्रतिपाल्य को शिक्षा प्राप्त करने के अवसर प्रदान करेगा|
मूल कर्तव्य केवल भारतीय नागरिकों के लिए है, न कि अनुच्छेद 14 और 21 की भांति सभी व्यक्तियों के लिए| मूल कर्तव्यों को सरदार स्वर्ण सिंह समिति की सिफारिश पर 42 वें संविधान संशोधन द्वारा जोड़ा गया| मूल कर्तव्य राष्ट्र विरोधी एवं समाज विरोधी गतिविधियों जैसे राष्ट्रध्वज को जलाने, सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करने के खिलाफ चेतावनी के रूप में करते हैं| साथ ही मूल कर्तव्य नागरिकों के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत है, और उन में अनुशासन और प्रतिबद्धता को बढ़ाते हैं| वे इस सोच को उत्पन्न करते हैं कि नागरिक केवल मूकदर्शक नहीं है बल्कि राष्ट्रीय लक्ष्य की प्राप्ति मे सक्रिय भागीदार है|
महत्वपूर्ण प्रश्न-
1. "राज्य के नीति निदेशक तत्वों का कोई महत्व नहीं है|" किसने कहा था?
अ मि ग्लेडहिल
ब आइवर जेनिंग्स
स सरदार वल्लभ भाई पटेल
द राजेंद्र प्रसाद
2. संविधान के किस अनुच्छेद में कहा गया है कि राज्य लोक कल्याण की अभिवृद्धि के लिए सामाजिक व्यवस्था बनाएगा-
अ अनुच्छेद 36
ब अनुच्छेद 38 (1)
स अनुच्छेद 39
द अनुच्छेद 40
3. नीति निदेशक तत्व निम्न में से क्या है?
अ कानून
ब राज्य के कर्तव्य
स पूर्व उदाहरण
द संविधान का दर्शन
4. संविधान में यह किसने कहा था कि राज्य के नीति निदेशक तत्व केवल भक्ति भावना है?
अ के टी शाह
ब पनिकर
स कामथ
द राजेंद्र प्रसाद
5. राज्य के नीति निदेशक तत्व भारतीय संविधान के किस अध्याय में वर्णित है?
अ सप्तम अध्याय
ब चतुर्थ अध्याय
स तृतीय अध्याय
द प्रथम अध्याय
6. राज्य के नीति निदेशक तत्वों का महत्व है-
अ जनमत की शक्ति के कारण
ब संविधान की व्याख्या में सहायक होने के कारण
स न्यायालयों के लिए मार्गदर्शन प्रस्तुत करने के कारण
द उपरोक्त सभी
7. पर्यावरण सुरक्षा संबंधी अनुच्छेद 48 क शामिल किया गया है-
अ 24 वें संविधान संशोधन द्वारा
ब 42 वे संविधान संशोधन द्वारा
स 44 वें संविधान संशोधन द्वारा
द 25 वें संविधान संशोधन द्वारा
8. राज्य के नीति निदेशक सिद्धांतों की क्रियान्वित की प्रगति का उच्चतम स्पष्टीकरण क्या है?
अ लोकायुक्त
ब बिचौलियों का समापन
स योजना आयोग
द चुनाव प्रक्रिया
9. भारतीय संविधान में मूल कर्तव्य किस संविधान संशोधन के बाद जोड़े गए?
अ 42 वें संशोधन
ब 44 वें संशोधन
स 52 वें संशोधन
द 61 वें संशोधन
10. संविधान के किस अनुच्छेद में मूल कर्तव्यों को जोड़ा गया है?
अ अनुच्छेद 50 में
ब अनुच्छेद 50 क में
स अनुच्छेद 52 में
द अनुच्छेद 53 में
11. संविधान के किन अनुच्छेदों में नीति निदेशक तत्वों का वर्णन किया गया है?
अ अनुच्छेद 12 से 35 तक में
ब अनुच्छेद 36 से 51 तक में
स अनुच्छेद 52 से 60 तक में
द अनुच्छेद 61 से 70 तक में
12. वर्तमान में मूल कर्तव्यों की संख्या कितनी है?
अ 10
ब 11
स 12
द 15
13. भारतीय संविधान में मूल कर्तव्य किस देश की प्रेरणा से ग्रहण किए गए हैं?
अ अमेरिका
ब पूर्व सोवियत संघ
स ब्रिटेन
द कनाडा
14. समान सिविल संहिता का प्रावधान है?
अ अनुच्छेद 40
ब अनुच्छेद 44
स अनुच्छेद 42
द अनुच्छेद 51
15. गोवध निषेध कौनसे अनुच्छेद के तहत किया जाता है?
अ अनुच्छेद 41
ब अनुच्छेद 48 (1)
स अनुच्छेद 49
द अनुच्छेद 47
16. न्यायिक पुनरावलोकन का " आंशिक निरस्तीकरण सिद्धांत" संविधान के किस अनुच्छेद से जुड़ा हुआ है-
अ अनुच्छेद 14
ब अनुच्छेद 13
स अनुच्छेद 32
द अनुच्छेद 141
17.नीति निर्देशक तत्वों का उद्देश्य क्या है?
अ. राजनैतिक प्रजातंत्र को स्थापित करना
ब. सामाजिक प्रजातंत्र को स्थापित करना
स. आर्थिक प्रजातंत्र को स्थापित करना
द सामाजिक, आर्थिक व गांधीवादी लोक कल्याणकारी राज्य की स्थापना करना
18. न्यायपालिका के कार्यपालिका से पृथक कौन से अनुच्छेद के तहत किया गया है?
अ अनुच्छेद 49
ब अनुच्छेद 50
स अनुच्छेद 47
द अनुच्छेद 48
19. निम्न में से असंगत है? ( नीति निर्देशक तत्व)
अ यह एक ऐसा चेक है जिसका भुगतान बैंक की इच्छा पर छोड़ दिया गया है- के टी शाह
ब नव वर्ष के प्रथम दिन पास किए गए शुभ कामना का प्रस्ताव है- नासीरुद्दीन
स भावनाओं का स्थाई कूड़ा घर है- टी टी कृष्णमचारी
द उद्देश्यो एवं आकांक्षाओं का घोषणा पत्र- अंबेडकर
20. शराब एवं मादक पदार्थों पर रोक कौन से अनुच्छेद के तहत लगाई जाती है?
अ अनुच्छेद 40
ब अनुच्छेद 47
स अनुच्छेद 46
द अनुच्छेद 48
सभी answers नीचे दिए गए pdf में है
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इनके अंतर्गत वे आदर्श निहित हैं जिनको प्रत्येक सरकार अपनी नीतियों के निर्धारण और कानून बनाने में सदैव ध्यान में रखेगी| डॉ अंबेडकर के अनुसार " ये भारतीय संविधान की अनोखी विशेषताएं है| इनमें एक कल्याणकारी राज्य का लक्षय निहित है|" निदेशक तत्वों में गांधीवादी सिद्धांत तथा सामाजिक न्याय की अभिव्यक्ति होती है| इनका पालन करना राज्य का कर्तव्य है| संविधान के भाग 4 ( अनुच्छेद 36 से 51) में इन्हें सम्मिलित किया गया है| निदेशक तत्वों को संविधान में सम्मिलित करने की प्रेरणा आयरलैंड के संविधान से प्राप्त हुई|
विधानसभा में डॉ अंबेडकर ने कहा था कि किसी भी सरकार को इन निदेशक तत्वों का आदर करना होगा, वहीं इनकी उपेक्षा नहीं कर सकती| यदि कोई सरकार इनकी अवहेलना करेगी तो उसे निर्वाचन के समय निर्वाचको उत्तर देना होगा|
अनुच्छेद 36- परिभाषा
अनुच्छेद 37- इस भाग में जो उपबंध हैं किसी न्यायालय द्वारा लागू नहीं होंगे, इनको लागू करना राज्य का कर्तव्य है|
अनुच्छेद 38- राज्य लोक कल्याण की अभिवृद्धि के लिए सामाजिक व्यवस्था बनाएगा|
अनुच्छेद 39- राज्य द्वारा अनुसरण में कुछ नीतियां
अनुच्छेद 39(क)- समान न्याय और निशुल्क विधिक सहायता
अनुच्छेद 40- ग्राम पंचायतों का संगठन
अनुच्छेद 41- कुछ दशकों में काम, शिक्षा और लोक सहायता पाने का अधिकार
अनुच्छेद 42- काम की न्याय संगत और मानवोचित दशाओं का तथा प्रसूति सहायता का उपबंध
अनुच्छेद 43- कर्म कारों के लिए निर्वाह मजदूरी आदि
अनुच्छेद 43(क)- उद्योगों के प्रबंध में कर्म करो का भाग लेना
अनुच्छेद 43(ख)- सहकारी समितियों को प्रोत्साहन
अनुच्छेद 44- नागरिकों के लिए एक समान सिविल संहिता
अनुच्छेद 45- बालकों के लिए निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का उपबंध
अनुच्छेद 46- अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अन्य दुर्बल वर्गों के शिक्षा और अर्थ संबंधी हितों की अभिवृद्धि
अनुच्छेद 47- पोषाहार स्तर और जीवन स्तर को ऊंचा करने तथा लोक व्यवस्था का सुधार करने का राज्य का कर्तव्य
अनुच्छेद 48- कृषि और पशुपालन का संगठन
अनुच्छेद 48(क)- पर्यावरण का संरक्षण तथा संवर्धन और वन तथा वन्य जीवो की रक्षा
अनुच्छेद 49- राष्ट्रीय महत्व के स्मारको, स्थानों और वस्तुओं का संरक्षण
अनुच्छेद 50- कार्यपालिका से न्यायपालिका का पृथक्करण
अनुच्छेद 51- अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा की अभिवृद्धि
के टी शाह - राज्य के नीति निदेशक तत्व एक ऐसा चेक है जो बैंक की सुविधा अनुसार अदा किया जाता है|
डॉ आंबेडकर- नीति निदेशक तत्व उस आदेश पत्र की भांति है, जो ब्रिटिश सरकार भारत शासन अधिनियम 1935 में गवर्नर जनरल और गवर्नर को जारी करती थी|
आइवर जेनिंग्स के अनुसार- निदेशक तत्व तो पुण्य आत्मा लोगों की महत्वाकांक्षा मात्र है|
मूल कर्तव्य
संविधान के भाग 4 क के अनुच्छेद 51 क में 11 मूल कर्तव्य उपबंधित हैं| 42 वे संविधान संशोधन 1976 में भाग 4 के बाद एक नया भाग 4क जोड़ा गया है जिसमें पहली बार संविधान में नागरिकों के मूल कर्तव्य को समाविष्ट किया गया है जिनकी संख्या 10 थी किंतु 86वे संविधान संशोधन 2002 के माध्यम से एक और मूल कर्तव्य जोड़ा गया| इस प्रकार मूल कर्तव्य की संख्या 11 है-
1. संविधान का पालन करें और उसके आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्रध्वज और राष्ट्रगान का आदर करें|
2.स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शों को ह्रदय में संजोए रखें और उनका पालन करें|
3. भारत की प्रभुता, एकता और अखंडता की रक्षा करें और उसे बनाए रखें|
4. देश की रक्षा करें और आह्वान किए जाने पर राष्ट्र की सेवा करें|
5. भारत के सभी लोगों में समरसताऔर समान भ्रातत्व की भावना का निर्माण करें जो धर्म, भाषा और प्रदेश या वर्ग पर आधारित सभी भेदभाव से परे हो, ऐसी प्रथाओं का त्याग करें स्त्रियों के सम्मान के विरुद्ध है|
6. हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परंपरा का महत्व समझे और उसका परिरक्षण करें|
7. प्राकृतिक पर्यावरण की, जिसके अंतर्गत वन, झील, नदी और वन्य जीव हैं, रक्षा करें और उनका संवर्धन करें तथा प्राणी मात्र के प्रति दया भाव रखें|
8. वैज्ञानिक दृष्टिकोण, मानववाद और ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें|
9. सार्वजनिक संपत्ति को सुरक्षित रखें और हिंसा से दूर रहे|
10. व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में उत्कर्ष की ओर बढ़ने का सतत प्रयास करें जिससे राष्ट्र निरंतर बढ़ते हुए प्रयत्न और उपलब्धि की नई ऊंचाइयों को छू ले|
11. जो माता-पिता या संरक्षक हो, वह 6 से 14 वर्ष के बीच के यथास्थिति, अपने बच्चे अथवा प्रतिपाल्य को शिक्षा प्राप्त करने के अवसर प्रदान करेगा|
मूल कर्तव्य केवल भारतीय नागरिकों के लिए है, न कि अनुच्छेद 14 और 21 की भांति सभी व्यक्तियों के लिए| मूल कर्तव्यों को सरदार स्वर्ण सिंह समिति की सिफारिश पर 42 वें संविधान संशोधन द्वारा जोड़ा गया| मूल कर्तव्य राष्ट्र विरोधी एवं समाज विरोधी गतिविधियों जैसे राष्ट्रध्वज को जलाने, सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करने के खिलाफ चेतावनी के रूप में करते हैं| साथ ही मूल कर्तव्य नागरिकों के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत है, और उन में अनुशासन और प्रतिबद्धता को बढ़ाते हैं| वे इस सोच को उत्पन्न करते हैं कि नागरिक केवल मूकदर्शक नहीं है बल्कि राष्ट्रीय लक्ष्य की प्राप्ति मे सक्रिय भागीदार है|
महत्वपूर्ण प्रश्न-
1. "राज्य के नीति निदेशक तत्वों का कोई महत्व नहीं है|" किसने कहा था?
अ मि ग्लेडहिल
ब आइवर जेनिंग्स
स सरदार वल्लभ भाई पटेल
द राजेंद्र प्रसाद
2. संविधान के किस अनुच्छेद में कहा गया है कि राज्य लोक कल्याण की अभिवृद्धि के लिए सामाजिक व्यवस्था बनाएगा-
अ अनुच्छेद 36
ब अनुच्छेद 38 (1)
स अनुच्छेद 39
द अनुच्छेद 40
3. नीति निदेशक तत्व निम्न में से क्या है?
अ कानून
ब राज्य के कर्तव्य
स पूर्व उदाहरण
द संविधान का दर्शन
4. संविधान में यह किसने कहा था कि राज्य के नीति निदेशक तत्व केवल भक्ति भावना है?
अ के टी शाह
ब पनिकर
स कामथ
द राजेंद्र प्रसाद
5. राज्य के नीति निदेशक तत्व भारतीय संविधान के किस अध्याय में वर्णित है?
अ सप्तम अध्याय
ब चतुर्थ अध्याय
स तृतीय अध्याय
द प्रथम अध्याय
6. राज्य के नीति निदेशक तत्वों का महत्व है-
अ जनमत की शक्ति के कारण
ब संविधान की व्याख्या में सहायक होने के कारण
स न्यायालयों के लिए मार्गदर्शन प्रस्तुत करने के कारण
द उपरोक्त सभी
7. पर्यावरण सुरक्षा संबंधी अनुच्छेद 48 क शामिल किया गया है-
अ 24 वें संविधान संशोधन द्वारा
ब 42 वे संविधान संशोधन द्वारा
स 44 वें संविधान संशोधन द्वारा
द 25 वें संविधान संशोधन द्वारा
8. राज्य के नीति निदेशक सिद्धांतों की क्रियान्वित की प्रगति का उच्चतम स्पष्टीकरण क्या है?
अ लोकायुक्त
ब बिचौलियों का समापन
स योजना आयोग
द चुनाव प्रक्रिया
9. भारतीय संविधान में मूल कर्तव्य किस संविधान संशोधन के बाद जोड़े गए?
अ 42 वें संशोधन
ब 44 वें संशोधन
स 52 वें संशोधन
द 61 वें संशोधन
10. संविधान के किस अनुच्छेद में मूल कर्तव्यों को जोड़ा गया है?
अ अनुच्छेद 50 में
ब अनुच्छेद 50 क में
स अनुच्छेद 52 में
द अनुच्छेद 53 में
11. संविधान के किन अनुच्छेदों में नीति निदेशक तत्वों का वर्णन किया गया है?
अ अनुच्छेद 12 से 35 तक में
ब अनुच्छेद 36 से 51 तक में
स अनुच्छेद 52 से 60 तक में
द अनुच्छेद 61 से 70 तक में
12. वर्तमान में मूल कर्तव्यों की संख्या कितनी है?
अ 10
ब 11
स 12
द 15
13. भारतीय संविधान में मूल कर्तव्य किस देश की प्रेरणा से ग्रहण किए गए हैं?
अ अमेरिका
ब पूर्व सोवियत संघ
स ब्रिटेन
द कनाडा
14. समान सिविल संहिता का प्रावधान है?
अ अनुच्छेद 40
ब अनुच्छेद 44
स अनुच्छेद 42
द अनुच्छेद 51
15. गोवध निषेध कौनसे अनुच्छेद के तहत किया जाता है?
अ अनुच्छेद 41
ब अनुच्छेद 48 (1)
स अनुच्छेद 49
द अनुच्छेद 47
16. न्यायिक पुनरावलोकन का " आंशिक निरस्तीकरण सिद्धांत" संविधान के किस अनुच्छेद से जुड़ा हुआ है-
अ अनुच्छेद 14
ब अनुच्छेद 13
स अनुच्छेद 32
द अनुच्छेद 141
17.नीति निर्देशक तत्वों का उद्देश्य क्या है?
अ. राजनैतिक प्रजातंत्र को स्थापित करना
ब. सामाजिक प्रजातंत्र को स्थापित करना
स. आर्थिक प्रजातंत्र को स्थापित करना
द सामाजिक, आर्थिक व गांधीवादी लोक कल्याणकारी राज्य की स्थापना करना
18. न्यायपालिका के कार्यपालिका से पृथक कौन से अनुच्छेद के तहत किया गया है?
अ अनुच्छेद 49
ब अनुच्छेद 50
स अनुच्छेद 47
द अनुच्छेद 48
19. निम्न में से असंगत है? ( नीति निर्देशक तत्व)
अ यह एक ऐसा चेक है जिसका भुगतान बैंक की इच्छा पर छोड़ दिया गया है- के टी शाह
ब नव वर्ष के प्रथम दिन पास किए गए शुभ कामना का प्रस्ताव है- नासीरुद्दीन
स भावनाओं का स्थाई कूड़ा घर है- टी टी कृष्णमचारी
द उद्देश्यो एवं आकांक्षाओं का घोषणा पत्र- अंबेडकर
20. शराब एवं मादक पदार्थों पर रोक कौन से अनुच्छेद के तहत लगाई जाती है?
अ अनुच्छेद 40
ब अनुच्छेद 47
स अनुच्छेद 46
द अनुच्छेद 48
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